Terror From Kashmir to CT College Shahpur Jalandhar

जालंधरः कल जालंधर के मशहूर प्राइवेट कॉलेज सी. टी ग्रुप ऑफ़ कॉलेज के शाहपुर कैंपस के हॉस्टल के 94 नंबर कमरे से कुल 2 कश्मीरी आतंकवादियों को गिरफ्तार किया गया, पुलिस कमिशनर ने प्रेस कांफ्रेंस के दौरान बताया की कूल 3 आतंकियों को गिरफ्तार किया गया है जिनमसे 2 सी. टी कॉलेज में बी. टेक के छात्र है और तीसरा एक अन्य कॉलेज का विद्यार्थी है, पुलिस कमिशनर ने बताया की इन आतंकियों से AK-47 राइफलों समेत कुछ बेहद खातर नाक विस्फोटक भी बरामद हुए है,
 
क्या बोले सी. टी ग्रुप के मालिक श्री मनवीर चन्नी- मैंने कुछ अन्य पत्रकारों को साथ लेके इस कॉलेज के मालिक श्री मनवीर चन्नी से मुलाकात करके उनका पक्ष जाना, जो वीडियो नीचे अटैच करने जा रहा हु इस वीडियो को जरा ध्यान से देखिएगा आपके मन में भी कई सवाल खड़े होने लाजमी है, मेरा तो यहां तक मानना है की आज के इस घटना क्रम के बाद केंदर सरकार को चाहिए की इस मामले की जांच सीधे तौर पे NIA से करवाए और पंजाब में जो भी प्राइवेट कॉलेज पैसो की लालच में कश्मीर के छात्र और छात्रावो को बिना किसी वेरिफिकेशन के एडमिशन दे रहे और देश की भोली भाली जनता की जान के लिए खतरा पैदा कर रहे है उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई करनी होनी चाहिए
इस कॉलेज के मालिक मनवीर ने साफ़ तौर पे कहा है की कॉलेज में कुल 5000 विद्यार्थी पढाई कर रहे है और सबको रोज़ जांच पड़ताल करके आने जाने देना असंभव काम है, जहा आतंकियों की गिरफ्तारी से सारा देश सकते में है वही इस वीडियो में देखिये श्री मनवीर कश्मीरी विद्यार्थियों की तारीफ करते हुए बता रहे है की ये विद्यार्थी कितनी अछि क्रिकेट खेलते है और इनमेसे कुछ ने तो सिंगिंग में बड़े मैडल जीते है और साथ ही श्री मनवीर ये भी कहते है की वो इन विद्यार्थियों से कितना प्यार करते है साथ ही उनका मांनना है की बार बार जाँच पड़ताल या पुछा ताज करके हम इन विद्यार्थियों पे आतंकी होने का तगमा लगा देंगे जो बहुत गलत है
 
क्या मानते है कुछ अन्य एजुकेशन एक्सपर्ट- मैंने मामले पे रौशनी डालने के लिए एक अन्य कॉलेज इनोसेंट हार्ट के मालिक डॉ. बोरी को फ़ोन किया तो उन्होंने बताया की कुल विद्यार्थियों का 3 से 4 % विद्यार्थी कश्मीर से आरहे है, पर उनका कहना है की उनके कॉलेज में फिलहाल कोई कश्मीरी विद्यार्थी नहीं है , डॉ. बोरी का कहना है की जब भी कोई कश्मीरी विद्यार्थी पंजाब के किसी भी कॉलेज में दाखिला ले उसकी पूरी डिटेल पुलिस को देने की जिमेवारी कॉलेज की होनी चाहिए जो कॉलेज ऐसा नहीं करे उसे ठीक नहीं कहा जाना चाहिए
 
कौन कौन से सवाल खड़े हो गए है- पहला सवाल की प्रशाशन और कॉलेज के मालिकों को अछि तरह से पता है की कश्मीर एक डिस्टर्ब एरिया है तो पंजाब सरकार ने पहले ही इस बात का ध्यान क्यों नहीं रखा की जो भी विद्यार्थी कश्मीर से पढ़ने पंजाब आते है उनकी पूरी डिटेल पुलिस के पास इकठा करके राखी जाये ताकि इनमे छिपके कोई आतंकी पंजाब में आके न चुप जाये, दूसरी बात जैसा की कुछ पतरकार आज लिख रहे की एक PRO एजेंसी जालंधर पुलिस और सी. टी. ग्रुप के बीच कड़ी बनके लगातार इवेंट्स करती रहती है ऐसे में जालंधर पुलिस अपने इवेंट स्पांसर इस कॉलेज के खिलाफ कोई कार्रवाई करेगी इसकी संभावना बहुत काम है ऐसे हालात में सरकार के पास कौनसे विकल्प रहेंगे प्रशाशन बताये पंजाब की जनता को, इनसबसे ऊपर उठते हुए मेरा पंजाब सरकार से एक सवाल है की पंजाब में कुल कितने कश्मीरी विद्यार्थी पढ़ रहे इनका कोई सही आंकड़ा है या नहीं, अगर नहीं तो इनमेसे कोई कभी आतंकी निकल आया और किसी बड़ी वारदात को अंजाम दे गया तो किसकी जिमेवारी हो गई बताएं कैप्टेन अमरेंदर सिंह और पुलिस प्रमुख सुरेश अरोरा और आज इस कॉलेज के मालिक कह रहे है की सभी कश्मीरी विद्यार्थियों के सोशल मीडिया अकाउंट तक कॉलेज खंगालेगा की कही कोई विद्यार्थी किसी आतंकी या कटरपंथी संगठन से तो नहीं जुड़ा हुआ , तो श्री मनवीर ये क्यों कह रहे है की रेगुलर बेसिस पे इन विद्यार्थियों की फिजिकल चेकिंग नहीं हो सकती और श्री मनवीर बताएं देश की जनता को की उनका कॉलेज इन 3 से 4 % विद्यार्थियों के हॉस्टल के कमरों को चेक क्यों नहीं कर सकता
 
प्राइवेट कॉलेजों के मालिकों की भी हो जांच- दोस्तों पिछले 10 साल से लगातार भारी संख्या में कश्मीरी छात्र और छात्राएं पंजाब के अलग अलग कॉलेज में पढ़ने आरहे है, जैसा की श्री मनवीर ने कहा की देश के किसी भी हिस्से से आने वाले किसी विद्यार्थी की कोई अलग वेरिफिकेशन नहीं होती, ऐसे में बड़ा सवाल है की अगर कुछ आतंकियों ने ही पूरी मुंबई को होस्टेज बना लिया था और बहुत सारे लोगो की जान चली गई थी अगर इन विद्यार्थियों में छिपके कुछ आतंकी आगये तो अंदाजा लगाइये की हमारे छोटे से प्यारे शहर जालंधर में कितना बड़ा हमला हो सकता है इस बात का अंदाज़ा प्रशाशन को क्यों नहीं कुछ समझ में नहीं आता, देश के प्रधान मंत्री श्री नरेंदर मोदी को चाहिए की पंजाब के जितने भी प्राइवेट कॉलेजों में कश्मीरी विद्यार्थी भारी संख्या में पढ़ रहे सभी कॉलेजों के मालिकों की बारीकी से उच्च स्तरीय जांच करवानी चाहिए की कही पैसो की लालच में इनमेसे किसी कॉलेज का कोई मालिक किसी आतंकी संगठन या फिर पाकिस्तान की खुपिया एजेंसी ISI से पैसे लेके कश्मीरी आतंकियों को पंजाब में शरण तो नहीं दे रहा, इन सभी कॉलजों के मालिकों के विदेशी कनेक्शंस की बारीकी से जांच होनी चाहिए की कही इनको कोई आतंकी फंडिंग तो नहीं आरही,
 
एजेंट्स और अड्मिशन सेल्स की हो जांच- मैंने जब इस मामले पे बारीकी से कुछ जांच पड़ताल की तो पता चला की कुछ एजुकेशन एजेंट्स है जो जम्मू और कश्मीर में सक्रिय है ये वही लोग है जो पंजाब में बैठे प्राइवेट कॉलेजों को विद्यार्थी कश्मीर और जम्मू दोनों जगह से लाके देते है और बदले में इन कॉलजों से मोटी कमीशन लेते है देश की जांच एजेंसियो को चाहिए की इन एजेंट्स पे नजर रखे कही इन लोगो के आतंकी संगठनो से कोई कनेक्शन तो नहीं, आगे बढ़ते हुए जब मैंने कुछ और रिसर्च की तो पता चला की लगभग सभी प्राइवेट कॉलेजों का कोई न कोई नुमाइंदा जम्मू और कश्मीर जाके एडमिशन इकठा करने का काम हर साल करता है, इस टूर के दौरान ये नुमाइंदे कश्मीर में किसी होटल में रुकते हैं और वही एडमिशन के इच्छुक विद्यार्थियों और एजेंट्स से मिलते है और अपने कॉलेज के लिए एडमिशन पक्की करते है ऐसे में जांच एजेंसियो को चाहिए की इन नुमाइंदो की भी जांच करे की कही ये लोग पैसो के लालच में ही तो आतंकियों को अपने कॉलेज में शरण न दे रहे हो, क्यों की किसी कॉलेज के हॉस्टल में भरी मात्रा में विस्फोटक और AK-47 जैसी राइफल चली जाये और कॉलेज प्रशाशन को भनक तक न लगे ये बात आसानी से डाइजेस्ट नहीं होती वैसे कोई कॉलेज किसी कश्मीरी विद्यार्थी को एडमिशन दे रहा है ये बात चिंता का विषय नहीं बल्कि किसी तरह की वेरिफिकेशन के बिना एडमिशन दे रहा है ये बात चिंता का बहुत बड़ा विषय जरूर है
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